भंग ....हाँ हैं मेरे कुछ अंग ,पर फिर भी सबल ,सक्षम हूँ। भंग ....हाँ हैं मेरे कुछ अंग ,पर फिर भी सबल ,सक्षम हूँ।
टोली बनावा, गली-गली जावा। हुड़दंग मचावा, होली है आयी। टोली बनावा, गली-गली जावा। हुड़दंग मचावा, होली है आयी।
मुश्किल नहीं, बस अब ये ठाना है साथ मिलकर कोरोना को हराना है । मुश्किल नहीं, बस अब ये ठाना है साथ मिलकर कोरोना को हराना है ।
नहीं होगी अब यह सती तुम्हें मगर जला जाएगी। नहीं होगी अब यह सती तुम्हें मगर जला जाएगी।
तुम रंगों जाँ मुझे मैं तुम्हें फिर रँगू इस तरह जान संग मेरे मुस्काइये। तुम रंगों जाँ मुझे मैं तुम्हें फिर रँगू इस तरह जान संग मेरे मुस्काइये।
हर नार हुई मतवारी रे, हमें तो मीठी लगे, "शकुन" जी की गाली रे ! हर नार हुई मतवारी रे, हमें तो मीठी लगे, "शकुन" जी की गाली रे !